स्मॉग की चादर में लिपटा दिल्ली-एनसीआर
नई दिल्ली। इस महीने पहली बार दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपट गया। शुक्रवार की हवा गंभीर स्तर पर पहुंच गई। सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा। वहीं, दिल्ली समेत नोएडा व ग्रेटर नोएडा की हवा भी गंभीर बनी रही। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 404 रहा। हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर रहने से थोड़ी राहत गुरुग्राम के लोगों को मिली। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि वीकेंड पर भी दिल्लीवालों को प्रदूषित हवा की सांस लेनी पड़ेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को हवा बेहद धीमी रही। हवा पांच किमी प्रति घंटे से भी कम गति से चली, जबकि औसत गति 10 किमी प्रति घंटा होनी चाहिए। वहीं, तापमान इस वक्त कम है, जबकि मिक्सिंग हाइट भी अपने औसत 6 किमी से नीचे गिरकर 1.50 किमी पर आ गई। दोनों के मिले-जुले असर से दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील हो गया।
उधर, सफर का कहना है कि मौसमी बदलाव से स्थानीय प्रदूषकों ने ही प्रदूषण के स्तर को बढ़ाया है। दिल्ली के प्रदूषण का सिर्फ 3 फीसदी हिस्सा पराली के धुएं से आ रहा है। बाकी 97 फीसदी स्थानीय है। शनिवार को इसके दो फीसदी तक पहुंच जाने का अंदेशा है।
वीकेंड पर भी नहीं सुधरेंगे हालात
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि रविवार तक मौसमी दशाओं में खास बदलाव नहीं आएगा। हवा की गति 5 किमी के करीब ही रहेगी। वहीं, तापमान कम रहेगा। इसके अलावा मिक्सिंग हाइट भी करीब 1.5-2.0 किमी रहेगी। इससे शनिवार को भी हवा गंभीर स्तर पर रहेगी। रविवार को इसमें मामूली सुधार का अनुमान है, लेकिन गुणवत्ता बेहद खराब व गंभीर स्तर की सीमा पर रहेगी। दिखने वाला सुधार 11 दिसंबर के बाद ही आने का अनुमान सीपीसीबी बता रहा है। उत्तर-पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर होने से हवा की गति में इजाफा होगा।
नम मौसम भी बढ़ा रहा समस्या
सफर का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चपेट में है। इस दौरान हवा में नमी भी ज्यादा है। शुक्रवार को नमी 97 फीसदी तक रही, जबकि तापमान भी कम हो रहा है। सिंध-गंगा मैदान में इस समय हवा की क्षैतिज चाल से ऊष्मा का भी स्थानांतरण हो रहा है। इससे प्रदूषक हवा की घुल जा रहे हैं। नतीजा स्मॉग की चादर के तौर पर दिख रहा है।
कहां कितना प्रदूषण
शहर एक्यूआई
गाजियाबाद 419
नोएडा 413
ग्रेटर नोएडा 406
दिल्ली 404
गुरुग्राम 386